Zara soch samaj kar ye faisla lijiye..
Agar aap jee sakte ho humare bina..
Toh beshak Humare marne ki dua kijiye..

जिस किसीने लिखा बहुत खूब लिखा है :-
"किसी ने हमसे पूछा कि वादों और यादों में क्या फरक होता है ..
हमने बस इतना कहा कि
वादों को इन्सान तोड़ देता है,
पर यादें इन्सान को तोड़ देती हैं.."
